देश में यातायात नियम सख़्त हैं और इनका उल्लंघन करना गैरकानूनी है। अगर कोई ट्रैफ़िक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे भारी चालान का सामना करना पड़ता है। इसलिए कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप भारी फाइन देने से बच सकते हैं।
भारत में इस समय ट्रैफिक नियम को लेकर सरकार काफी सख्त है, यही वजह है कि लोग अब पहले से ज्यादा सचेत हो गए हैं, लेकिन सड़क पर निकलते समय कुछ गलती की वजह से उन्हें भारी चालान देना पड़ता है। सख़्त नियमों और जुर्माने की बदौलत अपराधी ट्रैफ़िक उल्लंघन से पहले दो बार सोचते हैं। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर आपको हजारों की कीमत का जुर्माना चुकाना पड़ सकता है। इन्हीं सामान्य ट्रैफ़िक नियमों का पालन करके आप सुरक्षित यात्रा कर सकते हैं और भारी जुर्मानों से बच सकते हैं।
ओवर स्पीडिंग
ओवर स्पीडिंग पर अंकुश लगाने के लिए सड़कों पर कई गति परीक्षण कैमरों को लगाया गया है, जिससे तेज गति से चलने वाले वाहनों की पहचान की जा सके। एक हल्के मोटर वाहन चालक को तेज गति से पकड़े जाने पर ₹ 1,000 - 2,000 तक के जुर्माने का भुगतान करना पड़ता है। मध्यम यात्री या मालवाहक वाहनों के चालकों के लिए यह जुर्माना ₹ 2,000 - 40,000 है।
गलत लेन पर गाड़ी चलाना
ग़लत साइड पर गाड़ी चलाना या ग़लत लेन पर गाड़ी चलाना एक बहुत आम ट्रैफ़िक समस्या है। ऐसा करने से हम रोड पर ट्रैफ़िक जाम और सड़क दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। भारत में इसी समस्या से निबटने के लिए भारी जुर्माने और क़ैद का प्रावधान किया गया है। जिनके अनुसार गलत लेन पर पकड़े जाने पर आपको तीन महीने जेल की सजा काटनी होगी या ₹500 से 1,000 तक के जुर्माने का भुगतान करना होगा।
ड्रंक एंड ड्राइव
शराब पीकर गाड़ी चालाना सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है। शराब के नशे में गाड़ी चलाकर चालक खुद के लिए और मार्ग में अन्य वाहनों और पैदल चलने वालों के ख़तरे का कारण बनते है। भारत में शराब पीकर गाड़ी चलाना ग़ैर क़ानूनी है ऐसा करने पर पहली बार ₹10,000 का भारी जुर्माना या छह महीने तक की कैद की सजा हो सकती है।
आपातकालीन वाहनों का रास्ता रोकना
यदि आप आपातकालीन वाहनों के लिए रास्ता देने से इनकार करते हैं तो आप पर ₹10,000 का जुर्माना या छह महीने का जोखिम कारावास हो सकता है। आपातकालीन वाहनों में एम्बुलेंस, फायर ट्रक, पुलिस कार और इसी तरह के वाहन शामिल हैं। आपको न केवल जुर्माने के डर से बल्कि मानवीय आधार पर भी इन वाहनों के लिए रास्ता बनाना चाहिए।